मन मीमांसा देहरादून। आखिरकार लंबे इन्तजार के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की कमान बरिष्ठ नेता बंशीधर भगत को सौंपी गई है। प्रांतीय मुख्यालय में हुई बैठक में बंशीधर भगत को सर्वसम्मति से प्रदेश अध्यक्ष चुना गया। केंद्रीय पर्यवेक्षक अर्जुन मेघवाल ने उनके नाम की घोषणा की। उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष की दौड़ में कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत पहले से ही अकेले दावेदार के रूप में उभरकर सामने आए थे। इसके बाद गुरुवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में केंद्रीय पर्यवेक्षक की मौजूदगी में हुई बैठक में उनके नाम पर मुहर भी लग गई है। बंशीधर भगत भाजपा के आठवें प्रदेश अध्यक्ष बने हैं। इससे पहले अजय भट्ट भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे। भगत धार्मिक क्षेत्र में भी सक्रिय रहे हैं। वह ऊंचापुल ग्रामीण रामलीला कमेटी के अध्यक्ष पद पर रहे और रामलीला मंचन में राजा दशरथ के पात्र का अभिनय करते हैं। केंद्रीय राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल भाजपा प्रदेश कार्यालय में नए अध्यक्ष बंसीधर भगत को प्रमाण पत्र सौंपा। इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मौजूद रहे। कार्यालय के बाहर समर्थकों की भीड़ लगी रही। वहीं हल्द्वानी में भी कार्यकर्ताओं ने खूब आतिशबाजी की। पार्टी के सियासी हलकों में गर्म चर्चाओं में वरिष्ठ विधायक बंशीधर भगत का नाम सबसे आगे चल रहा था।अध्यक्ष पद के लिए संघ पृष्ठभूमि के कैलाश पंत ,नवीन दुम्का, कैलाश शर्मा, पुष्कर सिंह धामी अजय भटट और अजय टम्टा के नाम भी मीडिया में तैर रहा था। लेकिन मुख्यमंत्री की पसंद और क्षेत्रीय व जातीय समीकरण भगत के पक्ष में माने जा रहे थे। अब उनकी ताजपोशी के बाद कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है। उनका कहना है कि विधायक भगत पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और उन्हें पार्टी संगठन की अच्छी समझ है। उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाने के बाद उनके नेतृत्व में पार्टी और मजबूत बनेगी।उनकी ताजपोशी के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत,
मानव संसाधन विकास मंत्री भारत सरकार रमेश पोखरियाल निशंक , निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के अलावा कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे कार्यकर्ता मत जश्न का माहौल देखने को मिला।
जीवन परिचय
नाम: बंशीधर भगत
जन्म: 08 अगस्त 1951 (भक्यूड़ा -भीमताल)
निवास: लोहरियाताल, हल्द्वानी
शिक्षा: हाईस्कूल
राजनीतिक सफर
-1970 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े
-1975 में जनसंघ के सदस्य
-1989 में भाजपा के नैनीताल
– ऊधमसिंहनगर के जिलाध्यक्ष बने
-1991 में पहली बार नैनीताल से विधायक
-1993 में उप्र में राज्यमंत्री वन
-1996 में खाद्य, रसद एवं पर्वतीय विकास मंत्री
-2000 में उत्तराखंड की अंतरिम सरकार में कैबिनेट मंत्री
-2007 में कैबिनेट मंत्री
-2012 और 2017 में विधायक