देहरादून मन मीमांसा न्यूज़। दून की सड़कों पर ना पहले कभी ऐसा नजारा देखा।ना ही स्वच्छता को लेकर इतना उत्साह, दूनवासियों में जो जूनून देखने को मिला वह अपने आप में एक इतिहास बन गया । भले ही कुछ समय के लिए यातायात प्रभावित रहा हो पर लोगों के चेहरे पर इसको लेकर कोई शिकायत नहीं देखी गई। कई जगह बच्चों की डबल लाइन भी देखी गई।
क्या बच्चे, क्या जवान, क्या बूढ़े, हर वर्ग, हर धर्म हर जाति, आम से लेकर खास तक अपने दून को पाॅलीथिन मुक्त बनाने के लिए सड़कों पर उतरे। 50 किमी इस लंबी मानव श्रृंखला बना कर सबने दून को पॉलीथिन मुक्त, ग्रीन दून मिशन' बनाने का संकल्प लिया। इसके तहत देहरादून में 50 किलोमीटर मानव श्रृंखला बनाकर प्लास्टिक के खिलाफ अभियान चलाने का संदेश दिया गया।करीब एक लाख लोगों ने इसमें भाग लिया । 50 किलोमीटर लंबी इस मानव श्रृंखला को नगर निगम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज करवाने की तैयारी कर रहा है जिसके लिए निगम की तरफ से ड्रोन कमरों की सहायता ली गई।
हालांकि देश में स्वच्छता के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से इससे बड़ी मानव श्रृंखला पिछले साल सोनभद्र उत्तर प्रदेश में 140 किलोमीटर की मानव श्रृंखला बनाई गई जिसने करीब तीन लाख लोगों ने एक साथ हाथ में हाथ डालकर स्वच्छता की अलख जगाई ।स्वच्छता के प्रति देश की यह सबसे बड़ी मानव श्रृंखला थी।जिसके लिए इस मानव श्रृंखला के लि इंडिया बुक रिकॉर्ड के पदाधिकारियों ने प्रशासन को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया था ।हालांकि उत्तर प्रदेश क्षेत्रफल और जनसंख्या के हिसाब से काफी बड़ा है । उसकी तुलना नहीं की जा सकती । आज प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पॉलिथीन के खिलाफ मानव श्रृंखला की शुरुआत की। मियां वाला चैक से मुख्यमंत्री, मेयर सुनील उनियाल गामा और अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी मानव श्रृंखला का हिस्सा बने।इस दौरान सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि यह अनोखा अभियान है। इस अभियान में एक लाख लोगों ने हिस्सा लिया है। पीएम मोदी देश को प्लास्टिक मुक्त बनाना चाहते हैं। उनके आह्वान पर उत्तराखंड में भी अभियान की शुरूआत की गई है। अभियान में स्कूली बच्चे, सरकारी अधिकारी और पार्टी से जुड़े कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया। मानव श्रृंखला मियांवाला चैक से विवेकानंद स्कूल जोगीवाला , लक्ष्मी नारायण मंदिर धर्मपुर, बहल चैक, गोयल प्लाजा राजपुर रोड, घंटाघर , वाडिया हिमालयी भूविज्ञान संस्थान, हनुमान मंदिर बनाई गई। वहीं, सहारनपुर रोड से तहसील चैक, नगर निगम कार्यालय, तक श्रृंखला बनाकर प्लास्टिक मुक्त दून का संदेश दिया गया।